उज्जैन: बड़नगर में सट्टे व गांजा की पुड़िया का विड़ियो सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं। बड़नगर के बिचो-बिच शिवाजी रोड़ पर गुरूवार के हाट में सट्टे का कारोबार खुलेआम चल रहा है और दुसरा पुलिस थाना बड़नगर की दिवार से लगी हुई कॉलोनी पर एक किराये के मकान में भी सट्टा खाते हुए विडियो वायरल हुआ। दुसरी ओर बड़नगर कृषि उपज मण्डी जहां किसानों, व्यापरियों का सतत् आवागमन होता हैं, वहां एक व्यक्ति गाड़ी से घुम-घुम कर गांजे की पुड़िया बेच रहा हैं। 

पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी और पूर्व विधायक मुरली मोरवाल ने अवैध गतिविधियों, जुवे-सट्टे, नशाखोरी और भ्रष्टाचार पर सवाल उठाकर धरना आंदोलन कर पुलिस और प्रशासन को घेरा था और एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी बड़नगर को क्षेत्र में हो रहे गैर कानुनी धंधो को लेकर दिया था। उसके पश्चात भी गैर कानुनी घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। 

गैर कानुनी धंधे के विडियो पुरे क्षेत्र और जिले में जमकर वायरल हुए जिस पर थाना प्रभारी बड़नगर अशोक पाटीदार को सोशल मिडिया पर आमजन ने जमकर आड़े हाथो लिया और टी.आई. की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठाये। कांग्रेस पार्टी और पूर्व विधायक मुरली मोरवाल द्वारा धरना प्रदर्शन कर खुले मंच से टी.आई. अशोक पाटीदार पर लाखों रूपये के लेन-देन का आरोप लगाया था और कहा था की भाजपा नेताओं से सांठ-गांठ कर टी.आई. बड़नगर क्षेत्र में अवैध गतिविधियां करवा रहे हैं। 

एस.डी.ओ.पी. महेन्द्रसिंह परमार ने बताया की जो विडियो वायरल हुए हैं उनकी जॉंच कर कठोर कार्यवाही की जायेगी पर आमजन में चर्चा का विषय हैं की सट्टे-जुवे व गांजे के जो आरोप सीधे-सीधे बड़नगर टी.आई. अशोक पाटीदार पर लग रहे हैं दो दिन होने के पश्चात भी अशोक पाटीदार पर कोई किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती हैं। केवल खाना-पुर्ती कर वीडियो में गलत धंधे करने वाले को पुलिस थाने पर उठा कर ले आती हैं और छोटा-मोटा प्रकरण बना कर छोड़ देती हैं। 

कांग्रेस के पूर्व विधायक मुरली मोरवाल ने आरोप लगाया हैं कि मिडिया में अवैध गतिविधियों के वीडियो आने के बाद भी क्यों जिम्मेदार अधिकारीयों पर कार्यवाही नहीं की जा रही। पूर्व विधायक ने सवाल उठाया की भाजपा सत्ता पक्ष के नेता टी.आई. और इनके जैसे भ्रष्ट अधिकारीयों को बचाने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट अधिकारी बड़नगर के माहौल को खराब कर रहे हैं, जुवे-सट्टे और नेशे के कारोबार से युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ रहा हैं। इसलिए मेरी उज्जैन संभाग के पुलिस महानिदेशक महोदय और जिले के पुलिस अधिक्षक महोदय से मेरी मांग हैं कि क्षेत्र की जनता की भलाई के लिए ऐसे अधिकारीयों को तुरंत बर्खास्त करे, जिस पर गैर कानुनी धंधो में लिप्त होने के गंभीर आरोप लग रहे हैं।